लाल साग की करें खेती, मात्र 45 दिन में होगा तैयार, मुनाफा गजब का, सेहत के लिए वरदान!

लाल साग की करें खेती, मात्र 45 दिन में होगा तैयार, मुनाफा गजब का, सेहत के लिए वरदान!

सब्ज़ी की खेती

लाल साग, जिसे चौलाई या रेड अमरैंथ भी कहते हैं, एक आसान और फायदेमंद सब्जी है। यह कम समय में तैयार हो जाती है और बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। अगर आप किसान हैं, तो अपनी खाली जमीन पर लाल साग उगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे करें इसकी खेती, कितना मुनाफा होगा और खाने के फायदे।

लाल साग की खेती कैसे करें: आसान स्टेप्स

लाल साग की खेती ज्यादा मेहनत नहीं मांगती। बस सही समय और देखभाल चाहिए।

1. मिट्टी और जमीन की तैयारी

  • अच्छी जल निकासी वाली, जैविक पदार्थ से भरपूर मिट्टी चुनें। pH लेवल 6 से 8 के बीच हो।
  • खेत को अच्छे से जोतें, समतल करें और गोबर की खाद मिलाएं। प्रति एकड़ 10-15 टन खाद डालें।

2. बीज और बुवाई

  • अच्छे क्वालिटी के बीज लें, जैसे अर्का सगुना वैरायटी। बीज की दर 4-5 किलो प्रति एकड़।
  • बुवाई का समय: जुलाई से नवंबर (मानसून के बाद या सर्दी की शुरुआत)।
  • बीजों को 2-3 सेंटीमीटर गहराई पर बोएं, पौधों के बीच 15-20 सेंटीमीटर दूरी रखें।

3. खाद और सिंचाई

  • बुवाई से पहले बीजों को फफूंद नाशक से उपचारित करें।
  • पहली खाद बुवाई के 20 दिन बाद दें। नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश का बैलेंस्ड मिश्रण इस्तेमाल करें।
  • हल्की और नियमित सिंचाई करें। ज्यादा पानी न दें, वरना जड़ सड़ सकती है।

4. कटाई और पैदावार

  • पहली कटाई 30-45 दिन में, दूसरी 55 दिन में।
  • एक कटाई में 80-100 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार मिल सकती है। कुल 2-3 कटाई संभव।

कीटों से बचाव के लिए नीम का तेल स्प्रे करें। यह ऑर्गेनिक तरीके से उगाई जा सकती है।

लाल साग से मुनाफा: कम लागत, ज्यादा कमाई

लाल साग की खेती सस्ती पड़ती है। एक बीघा में लागत सिर्फ 5-7 हजार रुपये। 30 दिन में तैयार होकर बाजार में 20-30 रुपये किलो बिकती है। एक महीने में 20-30 हजार का मुनाफा आसानी से। अगर 90 दिन में 2-3 कटाई करें, तो 1-2 लाख तक कमा सकते हैं। बाजार में हमेशा डिमांड रहती है, खासकर शहरों में।

लाल साग खाने के फायदे: सेहत का खजाना

लाल साग विटामिन A, C, आयरन, कैल्शियम और फाइबर से भरपूर है। रोज खाएं तो:

  • खून की कमी दूर होती है (एनीमिया में फायदेमंद)।
  • पाचन सुधरता है, कब्ज भागता है।
  • ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है, वजन कम करने में मदद।
  • हड्डियां मजबूत बनती हैं, गर्मी से बचाव मिलता है।
  • इम्यूनिटी बढ़ती है, आंखों की रोशनी अच्छी रहती है।

सर्दी-गर्मी दोनों में खाएं, सूप, सब्जी या सलाद में इस्तेमाल करें।

लाल साग की खेती से जुड़े सवाल-जवाब

सवाल-जवाब: लाल साग की खेती से जुड़े किसानों के सवाल

सवाल 1: लाल साग की खेती कहां सबसे अच्छी होती है?

जवाब: उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में, जैसे UP, Bihar, Punjab। लेकिन कहीं भी उगाई जा सकती है।

सवाल 2: क्या लाल साग ऑर्गेनिक तरीके से उग सकती है?

जवाब: हां, गोबर खाद और नीम से आसानी से। कोई केमिकल की जरूरत नहीं।

सवाल 3: बाजार में लाल साग की कीमत कितनी रहती है?

जवाब: 15-40 रुपये किलो, मौसम के हिसाब से। हमेशा डिमांड ज्यादा।

सवाल 4: लाल साग की फसल में क्या समस्या आ सकती है?

जवाब: ज्यादा पानी या फफूंद। हल्की सिंचाई और साफ बीज से बचाव।

सवाल 5: पहली कटाई कब करें?

जवाब: बुवाई के 30 दिन बाद, जब पत्तियां 15-20 सेंटीमीटर लंबी हों।

“अब देर न करें! आज ही लाल साग की खेती शुरू करें और 30 दिन में बंपर मुनाफा कमाएं। अपने खेत में चौलाई उगाकर न सिर्फ अपनी कमाई बढ़ाएं, बल्कि परिवार को सेहत का तोहफा दें। बीज खरीदें, खेती शुरू करें, और अपने अनुभव हमारे साथ साझा करें! कमेंट में बताएं या अपने दोस्तों को यह जानकारी शेयर करें।”

ये भी पढ़ें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *