बरसाती मिर्च की खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। बरसात के समय मिर्च के अच्छे दाम मिलते हैं। लेकिन सही बीज, खाद, दवाइयां और पौधों की दूरी का ध्यान रखना जरूरी है। इस लेख में हम बरसाती मिर्च की खेती को आसान भाषा में समझाएंगे, ताकि देसी किसान भाई इसे आसानी से कर सकें। खेत तैयार करने से लेकर मिर्च बेचने तक, सब कुछ बताएंगे।
1. सबसे अच्छी मिर्च की किस्में चुनें
बरसाती मिर्च की खेती में सबसे पहले अच्छी किस्म का बीज चुनें। ऐसी किस्में लें जो ज्यादा मिर्च दें, तीखी हों, बाजार में अच्छे दाम मिलें और बीमारियां कम हों। ये हैं कुछ अच्छी किस्में:

- फाइव बीएच 78: हल्की हरी मिर्च, 10 सेमी लंबी। 10 ग्राम बीज ₹800। बहुत मिर्च देती है और बीमारी कम लगती है।
- एनएस 1701 (नामधार सीड्स): 8 सेमी लंबी मिर्च। 10 ग्राम बीज ₹450। अच्छी पैदावार और बाजार में पसंद की जाती है।
- वीएनआर 60 13: पुरानी लेकिन भरोसेमंद। 9-11 सेमी लंबी, गहरी हरी मिर्च। 10 ग्राम बीज ₹550।
- उजाला (बायर): हल्की हरी मिर्च। 1500 बीज ₹400। बाजार में अच्छी बिकती है।
- पद्मा (चगरू सीड्स): नई और शानदार किस्म। 10 ग्राम बीज ₹550। बहुत अच्छी पैदावार।
- त्रिशा 873 (निजुबडू सीड्स): 9 ग्राम बीज ₹430-450। अच्छी क्वालिटी।
- 1049 (सेमिनीज़, सभा): 1500 बीज ₹440। बीमारी कम लगती है, ज्यादा मिर्च देती है।
नोट: इन किस्मों में बीमारी आ सकती है, लेकिन सही दवाइयों से कंट्रोल हो जाती है। ये बरसात में सबसे अच्छी हैं।
2. कब और कितने बीज लगाएं
- समय: बरसाती मिर्च की खेती के लिए जुलाई-अगस्त का समय सबसे अच्छा है।
- बीज की मात्रा: एक एकड़ में 80-120 ग्राम बीज चाहिए।
- नर्सरी की तैयारी:
- कोकोपीट और गोबर खाद (वर्मीकम्पोस्ट) मिलाएं।
- प्लास्टिक ट्रे में बीज बोएं।
- 25-30 दिन में पौधे तैयार हो जाएंगे।
- नर्सरी घर पर बनाएं या बाजार से खरीदें।
3. खेत कैसे तैयार करें और शुरुआती खाद
- खेत की तैयारी:
- 1-2 बार ट्रैक्टर से मिट्टी पलटें, ताकि मिट्टी नरम हो जाए।
- बरसात में मेड़ (बेड) बनाकर खेती करें।
- ड्रिप (टपक) सिंचाई और मल्चिंग पेपर लगाएं।
- एक एकड़ में ₹1-1.2 लाख खर्च आएगा (ड्रिप सहित)।
- शुरुआती खाद (बेसल डोज):
- एसएसपी खाद: 2 बोरी
- एमओपी: 25 किलो
- फिप्रोनिल या कार्बोफ्यूरान (कीटनाशक): 3 किलो
- गोबर खाद: जितनी हो सके
इन्हें मिलाकर मेड़ में डालें। 30-35 माइक्रॉन का मल्चिंग पेपर यूज करें।
4. पौधे कितनी दूरी पर लगाएं
- एक एकड़ में 8,000-10,000 पौधे लगाएं। कुछ लोग 5,000-6,000 लगाते हैं, लेकिन ज्यादा पौधे बेहतर हैं।
- दूरी:
- एक पौधे से दूसरे तक: 1.5 फीट
- एक लाइन से दूसरी लाइन: 4.5 फीट
- पौधे लगाने के बाद हल्का पानी दें।
- 400-500 अतिरिक्त पौधे रखें, अगर कुछ पौधे खराब हो जाएं।
5. पौधों को मजबूत करने के लिए ड्रिंचिंग
बरसाती मिर्च की खेती में ड्रिंचिंग से पौधे तगड़े होते हैं। ये करें:
- 6-8 दिन बाद:
- 200-300 लीटर पानी में:
- मैंगोज 75%: 500 ग्राम
- 19-19-19 खाद: 1 किलो
- ह्यूमिक एसिड: 250 ग्राम
- 15-20 दिन बाद:
- थायोफेनेट मिथाइल + क्लोरिफास + चिलेटेड माइक्रोन्यूट्रिएंट: 250 ग्राम (300-400 लीटर पानी में)।
- 30-40 दिन बाद:
- 17-40-0 खाद: 1-2 किलो
- कॉपर ऑक्सीक्लोराइड: 500 ग्राम
- बायोबीटा लिक्विड: 500 एमएल
ये तीन ड्रिंचिंग पौधों को स्वस्थ रखेंगी।
6. बीमारियां और उनका आसान इलाज
बरसाती मिर्च की खेती में कई बीमारियां आती हैं। सस्ती दवाइयों से इन्हें कंट्रोल करें:
- डाउन मिल्ड्यू (पीलापन):
- सेक्टिन + कॉपर ऑक्सीक्लोराइड या कैप्टान 50% + फॉस्फोरिक एसिड छिड़कें।
- फल छेदक (कीड़े):
- एक्सपोनस + डेलीगेट या प्रूफ सुपर + एमएम एक्टिन बेंजोइट।
- लीफ कर्ल वायरस:
- खेत साफ रखें।
- पीले/नीले/सफेद ट्रैप लगाएं।
- खराब पौधे उखाड़ें।
- कॉपर ऑक्सीक्लोराइड, टॉप्सिन या कोप्पर फिक्स छिड़कें।
- रस चूसने वाले कीटों पर ध्यान दें।
- एंथ्राक्नोस:
- कवच या समीर दवाई छिड़कें।
- बैक्टीरियल लीफ स्पॉट:
- मेरीबॉन या समीर (टेबू + कैप्टान): 250 एमएल।
- माइट्स (छोटे कीड़े):
- पोस्टर, एवासीन या ओवरॉन।
- थ्रिप्स:
- यूनिट, एक्सपोनस, ट्रासेंड या डेलीगेट।
- तना गलन:
- रोको या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड की ड्रिंचिंग।
- सफेद मक्खी:
- त्रिदेव, इफॉन या क्यूबिक।
- ब्लाइट (सूखना):
- एलेट, रोको या ट्राइकोडर्मा।
नोट: सही समय पर सही मात्रा में दवाई छिड़कें, तो बीमारी पूरी तरह कंट्रोल होगी।
7. खाद का समय और मात्रा
बरसाती मिर्च की खेती में ड्रिप से खाद डालें:
- 10-12 दिन:
- 12-61-0: 1 किलो
- ह्यूमिक एसिड: 200 ग्राम
- 15-18 दिन:
- 19-19-19: 1 किलो
- कॉपर ऑक्सीक्लोराइड: 300 ग्राम
- 25-26 दिन:
- 17-44-0: 1-2 किलो
- चिलेटेड माइक्रोन्यूट्रिएंट: 250 ग्राम
- 32-35 दिन:
- 0-34-0: 2 किलो
- बोरोन: 200 ग्राम
- 40-45 दिन:
- अमोनियम सल्फेट + मैग्नीशियम सल्फेट।
नोट: 45-50 दिन तक ये खाद डालें। बाकी जानकारी पार्ट 2 में।
8. कितनी मिर्च मिलेगी और मुनाफा
- पैदावार: ड्रिप सिंचाई से 7-9 महीने की फसल में एक एकड़ से 25-30 टन मिर्च मिल सकती है।
- खर्च: ₹80,000-1 लाख।
- मुनाफा: सही तरीके से खेती करें, तो 3 लाख तक मुनाफा हो सकता है।
9. मिर्च की कटाई
- पहली कटाई: पौधे लगाने के 50-60 दिन बाद शुरू करें।
- प्रक्रिया:
- सुबह मिर्च तोड़ें।
- पैक करें और बाजार में बेचें।
- व्यापारी खुद संपर्क करेंगे।
निष्कर्ष
बरसाती मिर्च की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। सही बीज, खाद, दवाइयां और देखभाल अपनाएं। अगर और जानकारी चाहिए,तो हमे नीचे कमेंट करें और बताएं।आज ही बरसाती मिर्च की खेती शुरू करें और फायदा उठाएं!