टमाटर (Tomato) एक ऐसी सब्ज़ी है जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है। अगर आप इसे सही तरीके से उगाएं तो कम ज़मीन में भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आज हम आपको टमाटर की खेती करने का पूरा तरीका बताएंगे – वो भी साधारण भाषा में, जिससे गांव के हर किसान भाई-बहन समझ सकें।

🌱 1. जलवायु और जमीन कैसी होनी चाहिए?
- टमाटर गर्म और ठंडी – दोनों मौसम में हो सकता है।
- सबसे अच्छा तापमान: 20°C से 30°C
- बारिश बहुत ज्यादा न हो वरना पौधे सड़ सकते हैं।
- ज़मीन की मिट्टी भुरभुरी (Loamy) हो और पानी जल्दी निकाल दे, तो बेहतर।
- pH Level – 6 से 7.5 के बीच सबसे अच्छा।
🚜 2. टमाटर की किस्में (Varieties)
किस्म का नाम | खासियत |
---|---|
पूसा रूबी | जल्दी तैयार होती है |
अर्का विकास | अधिक पैदावार देती है |
नविन, स्वर्णलता | रोग-प्रतिरोधक, लंबी दूरी तक टिकती है |
हाइब्रिड बीज (F1) | बाजार में अच्छी कीमत मिलती है |
👉 टिप: अपनी ज़मीन और मौसम के हिसाब से बीज चुनें। कृषि विभाग या नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें।
🌾 3. बीज बोने का समय और तरीका
- बीज बोने का समय:
- रबी सीजन: अक्तूबर – नवंबर
- खरीफ सीजन: जून – जुलाई
- गर्मी की फसल: जनवरी – फरवरी
- नर्सरी तैयार करें:
- 1 मीटर चौड़ी और 3 मीटर लंबी क्यारी बनाएं।
- 1 किग्रा बीज से लगभग 10,000 पौधे तैयार होते हैं।
- बीजों को बोने से पहले 12 घंटे पानी में भिगोकर रखें।
- नर्सरी में 25-30 दिन बाद पौधे खेत में लगाने के लिए तैयार हो जाते हैं।
🚿 4. खेत की तैयारी और रोपाई (Transplanting)
- खेत को 2-3 बार जोतें और मिट्टी भुरभुरी बनाएं।
- गोबर की सड़ी खाद (10-15 टन प्रति एकड़) डालें।
- कतार से कतार की दूरी: 60 सेमी
- पौधे से पौधे की दूरी: 40 सेमी
💧 5. सिंचाई (पानी देना)
- रोपाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें।
- फिर हर 6-7 दिन पर सिंचाई करें (मौसम के अनुसार)।
- ड्रिप सिंचाई सबसे अच्छा तरीका है – पानी की बचत होती है और फसल अच्छी होती है।
🌿 6. खाद और उर्वरक (Fertilizers)
खाद/उर्वरक | मात्रा (प्रति एकड़) |
---|---|
गोबर की खाद | 10-15 टन |
नाइट्रोजन (Urea) | 60-70 किग्रा |
फास्फोरस (DAP) | 50-60 किग्रा |
पोटाश (MOP) | 40-50 किग्रा |
टिप: ये मात्रा मिट्टी की जांच के बाद बदली जा सकती है। हर किसान को हर साल मिट्टी की जांच जरूर करानी चाहिए।
🐛 7. रोग और कीट नियंत्रण
रोग/कीट | लक्षण | उपाय |
---|---|---|
झुलसा रोग | पत्तियों पर काले धब्बे | ब्लाइटोक्स या मैन्कोजेब का छिड़काव |
फल मक्खी | फल सड़ने लगते हैं | ट्रैप लगाएं, नीम का तेल छिड़कें |
सफेद मक्खी | पत्तियां पीली होकर गिरती हैं | इमिडाक्लोप्रिड दवा का छिड़काव |
घरेलू उपाय:
- 10 लीटर पानी में 100 मि.ली. नीम का तेल मिलाकर छिड़काव करें।
- अदरक-लहसुन और हरी मिर्च का घोल भी कीट भगाने में मददगार है।
🧺 8. तोड़ाई (Harvesting)
- पौधा लगाने के 60-70 दिन बाद फल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं।
- जब फल थोड़े गुलाबी/हल्के लाल हो जाएं तभी तोड़ें, ताकि बाजार तक पहुंचते-पहुंचते पूरी तरह लाल हो जाएं।
- हर 3-4 दिन में तुड़ाई करें।
💰 9. उपज और मुनाफा
- एक एकड़ में औसतन 100 से 250 क्विंटल तक टमाटर मिल सकते हैं (बीज और देखभाल के अनुसार)।
- मंडी में भाव ₹5 से ₹25 प्रति किलो तक रहता है।
- अच्छी देखरेख और मार्केटिंग से ₹1 लाख से ₹2 लाख तक मुनाफा कमाया जा सकता है।
📌 10. जरूरी सुझाव
- बीज और दवाइयां हमेशा भरोसेमंद जगह से लें।
- मौसम और फसल की जानकारी के लिए कृषि मोबाइल ऐप या नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क करें।
- फसल बीमा और सरकारी योजना का लाभ उठाएं।
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
टमाटर की खेती अगर सही तरीके से की जाए तो ये कम समय में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है। बस ज़रूरत है थोड़ी जानकारी, मेहनत और तकनीक की। अगर आप शुरू कर रहे हैं तो पहले 1-2 बीघा में ट्राई करें और फिर धीरे-धीरे बढ़ाएं।
🧑🔧 सहायता चाहिए?
अगर आप टमाटर की खेती शुरू करना चाहते हैं और मदद चाहिए तो:
- नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से संपर्क करें।
- टोल फ्री नंबर 1800-180-1551 पर कॉल करें (किसान कॉल सेंटर)
आशा करता हूँ कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी। अगर आप टमाटर की खेती करने की सोच रहे हैं, तो इस लेख में दिए गए तरीकों को अपनाकर आप अच्छी पैदावार और मुनाफा दोनों कमा सकते हैं। खेती से जुड़ी और जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग से जुड़े रहें। आप अपने सवाल या सुझाव हमें कमेंट या संदेश के ज़रिए भी भेज सकते हैं।